ऐ! बेवफा सनम तूने क्या गज़ब किया.....

ऐ! बेवफा सनम तूने क्या गज़ब किया,
    मेरे को कुछ इस तरह तलब किया।
के बूझती नहीं प्यास सारी कायनात के पानी से,
    सुकून मिलता हैं तो बस तेरे मुस्कुराने से।
                                     रेहाना अली

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