हर दर्द की दवा बनाई तूने ऐ खुदा!
इस दर्दे दिल की दवा भी बनाई होती।
दिल के गुलिस्तां की बगिया,
फिर मुरझाईं ना होती..............
हर दर्द की दवा बनाई तूने ऐ खुदा!
इस दर्दे दिल की दवा भी बनाई होती।
दिल के गुलिस्तां की बगिया,
फिर मुरझाईं ना होती..............
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