मकर राशि मे सूर्य......

Best makar sankranti poem in hindi

मकर  राशि में सूर्य प्रवेश
ऊष्म क्रांति का शुभ संदेश
उत्तरायण भुवन भास्कर
लहराए किरणों का केश।

        तिल - तिल कर दिन
        बढ़ते जाएं
        तिल - गुड़ का पकवान लुभाए
        लोहड़ी ,बिहू ,पोंगल मिलकर
        नववर्ष का बिगुल बजाएं।

शीत ऋतु का होवे अंत
मदमाता फिर आएं बसंत
शिशिर-ग्रीष्म की संधिबेला
सरसों के फूले दिग दिगंत।

          देश भर में पतंग महोत्सव
          नभ निरभ्र रंगो का उत्सव
          मांझे से जो लड़े पेंच तो
          दूर शितिज पर झलके
          उद्भव।

गजक , रेवड़ी ,
तिल की पट्टी
बीती यादें रहें न खट्टी
नया साल नवरस की आस
रिश्तों में छाए मिठास।

     डॉ. शिराली रुनवाल
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